चिंता की स्थिति में अपने साथी का समर्थन कैसे करें? जाने हमारे सलाहकार के उपाय

क्या कभी आपने चिंता की स्थिति या घबराहट महसूस की है? अगर नहीं तो आपके लिए यह जानना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। आज के दौर में यह समस्या हर उम्र के लोगों में पाई जाती है। इसलिए लोगों के लिए यह समझना महत्वपूर्ण है कि चिंता और चिंता की स्थिति किसी पर भी प्रभाव डाल सकती है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं में चिंता विकार होने की संभावना ज्यादा होती है। हालांकि कई पुरुष इसे महसूस किए बिना चिंता का अनुभव करते हैं। जो लोग इसमें ज्यादा गहराई में चले जाते हैं वे असुरक्षित या शर्मिंदा महसूस करते हैं। कई बार लोग इतने तनावग्रस्त हो जाते हैं कि वो मरने के बारे में सोचने लगते है। 

चिंता की स्थिति उत्पन्न होना आम बात है। आजकल का लाइफस्टाइल ऐसा है कि हर कोई तनावग्रस्त रहता है। कोई अपने काम को लेकर तो किसी की अपनी गृहस्थी की चिंता होती है। इंसान के जीवन में विभिन्न प्रकार के अनुभव होते है। ऐसे में ज़रूरी होता है अपने करीबी या साथी का समर्थन करना। क्योंकि आप ही इस स्थिति में उनका सहारा बन सकते हैं। 

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यदि आपका साथी इस समस्या से जूझ रहा है और आपको कुछ समझ नहीं आ रहा है? तो हमारी इन कुछ युक्तियों को आजमाएँ:

कुछ युक्तियाँ
  • उन्हें कभी भी “शांत रहो”, “शांत हो जाओ,” या “चिंता मत करो” इस प्रकार के शब्द मत कहो। हालांकि ये शब्द सहायक हो सकते है। लेकिन कई बार आपके साथी के लिए यह असंवेदनशील हो सकते हैं। आप उन्हें ऐसा बोल सकते हैं कि यह चिंता करने का विषय है, पर हम उसको ठीक करने का प्रयास करेंगे। ऐसे में उन्हें थोड़ी सांत्वना मिलेगी। उन्हें इस बारे में समझने में भी मदद मिल सकती है। उन्हें ऐसा बोले कि आप चिंतित महसूस कर रहे हैं! ठीक है। मैं यहाँ आपके साथ हूँ। 
  • जब आपका साथी अच्छा महसूस कर रहा हो! तो यह समझने की कोशिश करें कि उनकी चिंता उनके लिए कैसी है? आप प्रश्न पूछ सकते हैं कि चिंता की स्थिति में वो कैसा महसूस करते हैं? जब आप चिंतित होते हैं तो आपके पास क्या विचार होते हैं? इस प्रकार के सवालों का जवाब जानकार आप उन्हें ओर भी बेहतर महसूस करा सकते हैं। 
  • एंग्जायटी अटैक की स्थिति में उन्हें गहरी सांस लेने की याद दिलाएं। गहरी और लंबी साँस लेना या छोड़ना उनके तंत्रिका तंत्र को शांत करने में सहायक होगा। योग भी इंसान के मन को शांत करने में लाभदायक होता है। इससे उनके मन को निरंतर घबराहट से मुक्ति मिल सकती है।
  • यदि आपके साथी में कोई खामी लगती है? तो उस पर आपको शिक्षित होना होगा। किस प्रकार की चिंता है, इस पर शोध करे। इसके लक्षणों को पढ़कर और उनका समाधान जानकार आप उनके लिए एक परफेक्ट सलाहकार साबित हो सकते हैं। 
  • अगर आप कुछ नहीं कर पा रहें हो तो पेशेवर मदद लेने में देरी न करें। एक अनुभवी व्यक्ति उनके जीवन को सुधार सकता है। 
  • अपने साथी को कुछ अनुग्रह दें। हमेशा करुणा भाव का प्रयोग करने का प्रयास करें। व्यक्तिगत रूप से यह समझना कठिन हो सकता है। लेकिन आप जितना अधिक करुणा व्यक्त करेगे! उनको उतना ही आराम महसूस होगा।

Vishal Dhiman

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